tag:blogger.com,1999:blog-5392488104210645802.post8308648323638063156..comments2023-10-03T08:14:01.037-07:00Comments on ताना-बाना: ये चमकीली औरतें ...फिजूल की औरतें,...अंख देखी-कन सुनी एक रिपोतार्ज कथाविधुल्लताhttp://www.blogger.com/profile/15471222374451773587noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5392488104210645802.post-47410723019152900122008-11-19T06:26:00.000-08:002008-11-19T06:26:00.000-08:00आप सभी का शुक्रिया,...सच कहूं मेरे पास ऐसे अनन्त क...आप सभी का शुक्रिया,...सच कहूं मेरे पास ऐसे अनन्त किस्से हैं दुःख होता है ऐसी औरतों को देख कर ..वे चाहें तो समाज हित मैं क्या नही कर सकती,लेकिन समाज सेवा मैं भी ये अपने मनोरंजन के बहाने ढूँढ लेती दिखाई देती हैं और सारी सुविधाएं हड़प लेती हैं मीडिया इनके पीछे-पीछे,हँसी भी आती है शर्म भी,और वित्रष्ना भी कोई कोना नही छोड़ा जहाँ माध्यम वर्गी महिलायें बैठ कर सूकून की साँस ले सके ..और हमारा पुरुष समाज भी अभिप्रेरित तो इन महिलाओं से ही होता दिखाई पड़ता है अधिकाँश ,विधुल्लताhttps://www.blogger.com/profile/15471222374451773587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5392488104210645802.post-32262453576189694092008-11-18T22:06:00.000-08:002008-11-18T22:06:00.000-08:00आपकी लेखनी का तो कायल था ही आज शीर्षक देखकर खीचा च...आपकी लेखनी का तो कायल था ही आज शीर्षक देखकर खीचा चला आया ....भूमिका वास्तविक घटना पर भारी पड़ रही है आपने जैसे लिखा है .....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5392488104210645802.post-10012751003603385762008-11-18T12:21:00.000-08:002008-11-18T12:21:00.000-08:00ऎसा पहली बार हुआ, मै किसी महिला के बांलाग पर आया, ...ऎसा पहली बार हुआ, मै किसी महिला के बांलाग पर आया, लेख बिना रुके सारा पुरी तरह से पढा, ओर कायल हो गया,आप ज्ने मेरे मन की बाते हूबाहू लिखी है, मै ओरतो का विरोधी नही मेरे घर मै भी मां बहन ओर बीबी है, लेकिन गलत को गलत कहना भी सही है, मुझे आप की अगली पोस्ट का इंतजार रहेगा,कुछ इन महिलाओ के मर्दो के बारे भी लिखे, क्यो कि ऎसे मामलो मे मर्द भी आधे कसुरवार होते है.<BR/>आप का बांलग मेने आप की इज्जात के बिना अपनी बांलग लिस्ट मे डाल लिया है, माफ़ी चाहूगां.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5392488104210645802.post-12877488483077243532008-11-18T08:22:00.000-08:002008-11-18T08:22:00.000-08:00आप के ब्लॉग पर पहली बार आया. बहुत ही संजीदगी से आप...आप के ब्लॉग पर पहली बार आया. बहुत ही संजीदगी से आपने आज के तथाकथित उच्च वर्ग के नारियों की कथा बताई. दुख इस बात का है कि देखादेखी दूसरों पर भी इसका असर हो रहा है. आभार.<BR/>http://mallar.wordpress.comP.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5392488104210645802.post-7530060635028524102008-11-18T08:03:00.000-08:002008-11-18T08:03:00.000-08:00यथार्थ को जिस तरीके से आपने चित्रित किया वो अंदाज ...यथार्थ को जिस तरीके से आपने चित्रित किया वो अंदाज भी बहोत खूब है वो भी एक महिला होकर महिला का सच्चाई सबके सामने देना.... आपकी हिम्मत की दाद देता हूँ..... आपके ब्लॉग पे पहली बार आया बहोत खूब पढ़ने को मिला आपको बहोत बहोत बधाई... स्वीकारें इसे....<BR/><BR/>रेगार्ड्स<BR/>अर्श"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5392488104210645802.post-71397263798117503442008-11-18T07:16:00.000-08:002008-11-18T07:16:00.000-08:00बधाई विधुजी. हकीकत को आपने जिस तरह से नंगा किया है...बधाई विधुजी. हकीकत को आपने जिस तरह से नंगा किया है, कबीले तारीफ है. <BR/>अच्छा लगा आप मेरे ब्लॉग (meri dayari.blogspot) पर आए, इस दौरे को निअमित रखियेगा.shivraj gujarhttps://www.blogger.com/profile/11697430098933812273noreply@blogger.com